आजकल युवाओं की जीवनशैली और कामकाज का तरीका पहले की तुलना में काफी बदल गया है। तनाव को कम करने के लिए रात्रि जीवन संस्कृति का प्रभाव बढ़ गया है, जहां युवा लोग असीमित धूम्रपान और शराब पीते हैं।
इसके अलावा दैनिक जीवन शैली में जंक और फास्ट फूड का चलन भी बढ़ गया है। लेकिन ये अच्छी दिखने वाली आदतें भविष्य में बहुत बुरे दिनों का कारण बन सकती हैं। जिन लोगों की अभी तक शादी नहीं हुई है या वे निःसंतान हैं, उनके स्वास्थ्य के प्रति यह लापरवाही उनके माता-पिता बनने के खूबसूरत सपने को चकनाचूर कर सकती है।
बांझपन का क्या कारण है?
अस्वास्थ्यकर खान-पान, धूम्रपान और शराब पीने की आदतों से युवाओं में बांझपन का खतरा बढ़ जाता है। आप क्या खाते-पीते हैं, इसके साथ-साथ आपके सोने का समय भी आपकी प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। आजकल देर रात तक जागकर काम करना या फोन का इस्तेमाल करना आम बात हो गई है। शारीरिक गतिविधि की कमी भी बहुत खतरनाक है।
माता-पिता बनने की सही उम्र क्या है?
प्रजनन क्षमता के लिए इष्टतम आयु 20-35 वर्ष है, लेकिन आज के युवा करियर के प्रति सचेत हैं और अक्सर शादी और फिर बच्चे पैदा करने में देरी करते हैं। 35 की उम्र के बाद प्रजनन क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है और जोखिम बढ़ने लगते हैं, ऐसे में शुक्राणु और अंडाणु मिलने के बाद भी उन्हें प्राकृतिक रूप से निषेचित नहीं किया जा सकता है, इसलिए अब डॉक्टर भी जल्दी शादी और परिवार नियोजन की सलाह देते हैं।