नई दिल्ली, 8 जून: बीते दिन केंद्र की मोदी सरकार (नरेंद्र मोदी सरकार) पुनः अस्तित्व में आ जायेगा। मोदी प्रशासन की शुरुआत टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू, जेडीयू नेता नीतीश कुमार और जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी के समर्थन से होगी. हालांकि, सरकार बनने से पहले ही मंत्री पद के दावेदार मोदी कैबिनेट में शामिल होने की पैरवी कर रहे हैं. जहां सहयोगी दल एक के बाद एक मांग कर रहे हैं, वहीं बीजेपी सांसद भी कड़ा संघर्ष कर रहे हैं.
मोदी सरकार में संभावित मंत्री
पिछली बार विदेश मंत्रालय संभाल चुके एस जयशंकर को राज्यसभा कोटे के तहत एक बार फिर मंत्री पद मिलने की संभावना है. कहा जा रहा है कि अमित शाह और नितिन गडकरी को एक सीट मिलेगी. इसके अलावा कहा जा रहा है कि लखनऊ से चुनाव लड़कर जीतने वाले राजनाथ सिंह और अमेठी से चुनाव लड़कर हारने वाली स्मृति ईरानी को भी इस बार मंत्री पद मिल सकता है. इसके अलावा राजस्थान से अनुराग ठाकुर, पीयूष गोयल, गजेंद्र सिंह शेखावत और भूपेन्द्र यादव को भी खिताब मिल सकता है. दिल्ली से बांसुरी स्वराज, रामवीर सिंह बिधूड़ी, बिहार से राजीव प्रताप रूडी रेस में हैं.
सहयोगी दलों के लिए कितनी मंत्री पद की सीटें?
- चिराग पासवान – एलजेपी, बिहार
- ललन सिंह- जदयू, बिहार
- अनुप्रिया पटेल – अपनादल, उत्तर प्रदेश
- जीतन राम मांझी – HAM, बिहार
कर्नाटक से कौन बनेगा केंद्रीय मंत्री?
कर्नाटक से भी कई लोग दौड़ में हैं. मोदी कैबिनेट में शामिल होने के लिए अपने नेताओं के जरिए लॉबिंग कर रहे हैं. दिल्ली में बस गए.
राज्य में तीन से चार सांसदों को मंत्री पद मिल सकता है. लेकिन दर्जनों महिलाएं दौड़ में हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी का मंत्री पद लगभग तय है. बसवराज बोम्मई को अमित शाह का समर्थन हासिल है. बीएसवाई शेट्टार से ज्यादा मजबूत है और दोनों के बीच मुकाबला है. बेंगलुरु नॉर्थ सीट से जीत हासिल करने वाली शोभा करंदलाजे, बेंगलुरु सेंट्रल से जीते पीसी मोहन चर्चा में हैं. बागलकोट के पीसी गद्दीगौडर भी दौड़ में हैं, जो पिछली बार भी दावेदार थे। साथ ही कहा जा रहा है कि गोविंदा करजोला के साथ जेडीएस के साथ गठबंधन के चलते एचडी कुमारस्वामी की कुर्सी पक्की है.
रविवार शाम को मोदी के साथ कितने सांसद मंत्री पद की शपथ लेंगे, फिलहाल यह उत्सुकता बनी हुई है। सोमवार के बाद मंत्री पद का आवंटन फाइनल हो जाएगा और पता चल जाएगा कि कौन भाग्यशाली होगा.