हर्ष ईएनटी अस्पताल के वरिष्ठ ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. बी.पी. त्यागी ने कहा कि एक नाबालिग मरीज कान के संक्रमण के इलाज के लिए उसके पास आया था, जब उसने उसके शरीर पर मंकीपॉक्स जैसे घाव देखे।
“मैंने उसके शरीर पर घाव देखे और वे मंकीपॉक्स के समान लग रहे थे। हमने तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया और लड़की को अलग-थलग कर दिया। परिवार ने हमें बताया कि परिवार में कई बच्चों को एक समान संक्रमण हुआ है और उनमें से दो पहले ही ठीक हो चुके हैं,” डॉ। त्यागी ने कहा।
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हालांकि जिला निगरानी अधिकारी डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि जरूरी नहीं कि मामला मंकीपॉक्स रोग का ही हो।
डॉ गुप्ता ने कहा, “हालांकि, हमने उसके नमूने लिए हैं और उन्हें एनआईवी, पुणे में परीक्षण के लिए भेज दिया है। परीक्षण के परिणाम की प्रतीक्षा है। परिवार का विदेश यात्रा का कोई इतिहास नहीं है।”
स्रोत: मेड़ इंडिया