यहाँ अशाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025 का एक संक्षिप्त, प्रभावशाली और पढ़ने में सरल सारांश प्रस्तुत है, जिसे आप न्यूज़ या सोशल मीडिया में भी उपयोग कर सकते हैं:
🕉️ अशाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025: तांत्रिक साधना और रहस्य का पर्व
📅 तारीखें:
🔹 आरंभ: 26 जून 2025 (गुरुवार)
🔹 समापन: 4 जुलाई 2025 (शुक्रवार)
🔹 कलश स्थापना मुहूर्त:
• प्रातः: 5:25 से 6:58 बजे तक
• अभिजीत मुहूर्त: 11:56 से 12:52 बजे तक
🌟 विशेष योग:
🔹 ध्रुव योग: सुबह से 11:40 बजे तक
🔹 सर्वार्थ सिद्धि योग: 26 जून सुबह 8:46 बजे से 27 जून सुबह 5:25 बजे तक
🔱 गुप्त नवरात्रि क्या है?
चैत्र और शारदीय नवरात्रि के विपरीत, गुप्त नवरात्रि को तांत्रिक साधना, मौन भक्ति और गोपनीयता में मनाया जाता है। यह दस महाविद्याओं की उपासना का पर्व है।
📿 प्रत्येक दिन किस देवी की पूजा होती है?
- माँ काली
- माँ तारा
- माँ त्रिपुरा सुंदरी
- माँ भुवनेश्वरी
- माँ भैरवी
- माँ छिन्नमस्ता
- माँ धूमावती
- माँ बगलामुखी
- माँ मातंगी
- माँ कमला
🧘♀️ अनुष्ठान और व्रत के नियम:
🔸 प्रतिदिन सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद देवी पूजा करें
🔸 गुप्त रूप से साधना करें — कोई फोटो/वीडियो साझा न करें
🔸 लाल फूल (हिबिस्कस), रुद्राक्ष, गाय के घी का दीया, कुशा आसन का प्रयोग करें
🔸 व्रत: दिन में एक बार फलाहार या सात्विक भोजन करें
🔮 महत्व और मान्यता:
गुप्त नवरात्रि को तांत्रिकों, साधकों और आध्यात्मिक खोजकर्ताओं द्वारा आत्म-साधना, दिव्य शक्ति की प्राप्ति और रहस्यमयी अनुष्ठानों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
📚 प्रमुख ग्रंथ और मंत्र:
📖 दुर्गा सप्तशती | देवी भागवत | सप्तशलोकी
🕉️ वराही मंत्र:
“ॐ वराही सर्वतो मम रक्ष दुर्गे हुम फट् स्वाहा”
❌ क्या न करें:
🚫 सोशल मीडिया पर शेयरिंग
🚫 बाल/नाखून कटवाना
🚫 चमड़े के वस्त्र/सामान
🚫 क्रोध, वासना और द्वेष
🚫 दिन में सोना या मांसाहार