नई दिल्ली- सरबजीत सिंह की नृशंस हत्या के आरोपी आमिर सरफराज उर्फ तांबा की रविवार को पाकिस्तान के लाहौर में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि इस्लामपुरा इलाके में मोटरसाइकिल सवार ‘अज्ञात हमलावरों’ ने आमिर सरफराज पर गोली मारकर हमला कर दिया. आमिर सरफराज की हत्या की खबर के बाद सरबजीत सिंह पर बनी बॉलीवुड बायोपिक में सरबजीत सिंह का किरदार निभाने वाले एक्टर रणदीप हुडा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
सरबजीत सिंह की हत्या के आरोपी आमिर सरफराज उर्फ तांबा की हत्या की खबर सामने आने के बाद रणदीप हुड्डा ने एक पोस्ट शेयर कर ‘अज्ञात हमलावर’ को धन्यवाद दिया है.
रणदीप हुडा ने पोस्ट में लिखा- कर्म… आप जो भी करते हैं, वो वापस जरूर मिलता है. धन्यवाद ‘अज्ञात हमलावर’. उन्होंने आगे कहा कि मुझे अपनी बहन दलबीर कौर की याद आ रही है. सरबजीत सिंह को कुछ न्याय मिला है.
सरबजीत सिंह कौन थे?
सरबजीत सिंह भारत-पाकिस्तान सीमा पर रहने वाले एक किसान थे। 30 अगस्त 1990 को वह गलती से पाकिस्तानी सीमा में पहुंच गये। उन्हें पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार कर लिया था. पाकिस्तान की एक अदालत ने उन्हें लाहौर, मुल्तान और फैसलाबाद बम विस्फोटों का दोषी पाया और 1999 में मौत की सजा सुनाई। हालांकि, सरबजीत के परिवार ने तर्क दिया था कि पाकिस्तान उन्हें जबरन फंसा रहा है। मामला अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहुंचा तो पाकिस्तान सरकार को फांसी का फैसला टालना पड़ा.
फांसी पर रोक के बाद परिवार और देश को उम्मीद थी कि सरबजीत वापस आ जाएगा, लेकिन अप्रैल 2013 में आमिर सरफराज ने कोट लखपत जेल में पॉलिथीन से गला घोंटकर और पीट-पीटकर सरबजीत की हत्या कर दी. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के आदेश पर आमिर ने सरबजीत की बेरहमी से हत्या कर दी. गंभीर हालत में उन्हें लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुछ दिन बाद इलाज के दौरान दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई.