दुबई से भारत कितना सोना ला सकते हैं? जानें नियम और प्रतिबंध
दुबई भारतीयों के लिए सोना खरीदने के लिए एक पसंदीदा जगह रही है, क्योंकि यहाँ सोने की कीमतें भारत की तुलना में आमतौर पर कम होती हैं। विशेष रूप से भारतीय परिवारों के लिए, जहां शादियों और निवेश के लिए सोने की भारी मांग होती है, दुबई से सोना लाना हमेशा एक आकर्षक विकल्प होता है। हालांकि, भारतीय कस्टम विभाग के कड़े नियम और प्रतिबंध हैं, जो एक निश्चित सीमा से अधिक सोना लाने पर भारी शुल्क लगाते हैं।
भारत में सोना लाने की सीमा क्या है?
भारतीय सीमा शुल्क अधिनियम 1962 और कस्टम्स टैरिफ नियमों के अनुसार, कोई भी भारतीय नागरिक या NRI (जो छह महीने या उससे अधिक विदेश में रहा है) निम्नलिखित मात्रा में दुबई से सोना ला सकता है:
✅ महिलाओं के लिए: 40 ग्राम तक सोना, जिसकी कुल कीमत अधिकतम ₹1 लाख हो।
✅ पुरुषों के लिए: 20 ग्राम तक सोना, जिसकी अधिकतम कीमत ₹50,000 हो।
✅ अन्य नियम: बच्चों के लिए कोई ड्यूटी-फ्री भत्ता नहीं होता, भले ही वे भारतीय नागरिक हों।
1 किलोग्राम तक सोना ला सकते हैं, लेकिन टैक्स लगेगा!
यदि कोई भारतीय नागरिक लगातार 6 महीने या उससे अधिक समय के लिए विदेश में रह चुका हो, तो वह दुबई से अधिकतम 1 किलोग्राम सोना भारत ला सकता है, लेकिन इसके लिए सीमा शुल्क (customs duty) का भुगतान करना अनिवार्य होगा।
सीमा शुल्क कितना लगेगा?
यदि दुबई से लाया गया सोना तय सीमा से अधिक है, तो निम्नलिखित शुल्क लग सकते हैं:
- बिना गहनों के (सिक्के, बार, बिस्किट के रूप में):
🔸 यदि सोना 1 किलो तक है, तो 12.5% कस्टम ड्यूटी + 3% GST देना होगा।- यदि सोने की कुल कीमत ₹1 लाख (महिला) और ₹50,000 (पुरुष) से अधिक है, तो आपको कस्टम ड्यूटी भी चुकानी होगी।
- अगर आप सोने के गहने दुबई से ला रहे हैं, तो इस पर 15% टैक्स लगेगा, जिसमें कस्टम ड्यूटी, एग्रीकल्चरल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट सेस और 3% GST शामिल हैं।
✅ महत्वपूर्ण शर्तें:
- सोना एक साल में सिर्फ एक बार ही लाया जा सकता है।
- 6 महीने या उससे अधिक समय तक विदेश में रहने के बाद ही 1 किलोग्राम तक सोना लाने की अनुमति है।
- कस्टम ड्यूटी का भुगतान हवाई अड्डे पर ही करना होगा, जो केवल भारतीय नागरिकों पर लागू होता है।
- सोने की कीमत निर्धारित मूल्य (₹1 लाख महिलाओं के लिए, ₹50,000 पुरुषों के लिए) से अधिक होने पर कस्टम ड्यूटी लगेगी।
- यदि सोना कस्टम काउंटर पर घोषित नहीं किया गया और पकड़ लिया गया, तो उसे जब्त किया जा सकता है और दंड भी लगाया जा सकता है।
भारतीयों के लिए दुबई में सोने की कीमतें क्यों सस्ती होती हैं?
दुबई को ‘सोने का शहर’ कहा जाता है और यह दुनिया के सबसे बड़े सोने के बाजारों में से एक है। यहां सोने की कीमतें भारत की तुलना में कम होती हैं, क्योंकि दुबई में कम टैक्स दर और कम मेकिंग चार्ज होते हैं।
- भारतीय बाजार में अधिक टैक्स: भारत में 12.5% कस्टम ड्यूटी और 3% GST के कारण सोने की कीमत अधिक होती है, जबकि दुबई में कोई वैट नहीं लगता (गोल्ड बार और ज्वेलरी पर 5% वैट लगता है, लेकिन पर्यटकों के लिए यह रिफंडेबल होता है)।
- कच्चे सोने का कम कीमत पर आयात: दुबई सोने की खरीद के लिए एक हब है और वैश्विक बाजार की तुलना में यहां सोना अधिक किफायती होता है।
क्या बिना बताए ज्यादा सोना लाया जा सकता है?
नियमों के अनुसार, कस्टम ड्यूटी से बचने के लिए यात्रियों को 40 ग्राम (महिला) और 20 ग्राम (पुरुष) से अधिक सोने की घोषणा करनी होगी। यदि कोई इससे अधिक मात्रा में सोना बिना बताए लाता है, तो उसे जब्त किया जा सकता है, और कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
महत्वपूर्ण निष्कर्ष
✔ दुबई से भारत लौटते समय पुरुषों के लिए 20 ग्राम (₹50,000 तक) और महिलाओं के लिए 40 ग्राम (₹1 लाख तक) का ड्यूटी-फ्री भत्ता उपलब्ध है।
✔ यदि आप 6 महीने से अधिक दुबई में रहकर आए हैं, तो आप 1 किलोग्राम तक सोना ला सकते हैं, लेकिन 12.5% कस्टम ड्यूटी अदा करनी होगी।
✔ ड्यूटी-फ्री सीमा से अधिक सोना लाने पर उसे डिक्लेयर करना अनिवार्य है, अन्यथा कस्टम अधिकारी उसे जब्त कर सकते हैं और कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।
✔ दुबई में भारत की तुलना में सोना सस्ता है क्योंकि वहाँ गोल्ड बार पर टैक्स नहीं लगता, केवल ज्वेलरी पर 5% वैट लगता है।
✔ दुबई गोल्ड मार्केट में, सोने की शुद्धता और शुद्धता की गारंटी होती है, जिससे यह भारतीय खरीदारों के बीच लोकप्रिय बना हुआ है।
निष्कर्ष
अगर आप दुबई से सोना लाना चाहते हैं, तो भारतीय कस्टम ड्यूटी के नियमों को ध्यान में रखना ज़रूरी है। 1 किलोग्राम तक सोना लाया जा सकता है, लेकिन 6 महीने से अधिक वहां रहना जरूरी है और ड्यूटी का भुगतान करना पड़ता है। इसके अलावा, पुरुष 20 ग्राम और महिलाएं 40 ग्राम तक सोना ड्यूटी-फ्री ला सकती हैं।
दुबई के कम टैक्स रेट और उच्च गुणवत्ता वाले सोने के कारण यह भारतीय खरीदारों के लिए हमेशा आकर्षण का केंद्र रहा है। हालांकि, कानूनी नियमों का पालन न करने पर सख्त कार्रवाई हो सकती है, इसलिए भारत लौटने से पहले सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त करना जरूरी है।