नई दिल्ली: नोएडा में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक पति-पत्नी की जोड़ी ने मार्केटिंग रिसर्च और ओपिनियन पोल के नाम पर एक कंपनी बनाई, लेकिन सच्चाई कुछ और ही निकली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी में सामने आया कि यह दंपति अवैध वीडियो व्यवसाय चला रहा था और विदेशी वेबसाइटों को आपत्तिजनक सामग्री बेचकर करोड़ों कमा रहा था।
ईडी की जांच में पता चला कि इस दंपति ने करीब 22 करोड़ रुपये की कमाई की और इस रकम को अंतरराष्ट्रीय डेबिट कार्ड और विदेशी बैंक खातों के जरिए भारत लाया गया। इस पूरे ऑपरेशन का भंडाफोड़ तब हुआ जब फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के उल्लंघन को लेकर ईडी ने छापा मारा।
🚔 कैसे हुआ खुलासा?
नोएडा में स्थित एक घर पर ईडी की छापेमारी के दौरान अधिकारियों को कुछ संदिग्ध गतिविधियों का पता चला। जब उन्होंने घर की तलाशी ली, तो वहां कई युवतियां मौजूद थीं, जो मॉडलिंग के नाम पर इस व्यवसाय से जुड़ी हुई थीं।
🔹 जांच में पता चला कि ये महिलाएं वेबकैम शो और आपत्तिजनक वीडियो बनाने के लिए मजबूर की जाती थीं।
🔹 इसके बदले उन्हें कुछ रकम दी जाती थी, लेकिन मुख्य कमाई पति-पत्नी की जोड़ी करती थी।
🔹 घर से करीब 8 लाख रुपये कैश भी बरामद किए गए।
🏢 कंपनी का नाम और इसका संचालन
“सब्डिजी वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड” नाम की इस कंपनी को पति-पत्नी ने मिलकर बनाया था। कंपनी का रजिस्ट्रेशन मार्केटिंग रिसर्च और ओपिनियन पोल सर्वे के तौर पर किया गया था, लेकिन हकीकत कुछ और ही थी।
🚨 क्या करती थी यह कंपनी?
✅ सोशल मीडिया पर मॉडलिंग के झूठे विज्ञापन देकर युवतियों को आकर्षित करना।
✅ अश्लील वीडियो और लाइव वेबकैम शो के लिए मजबूर करना।
✅ इन वीडियो को विदेशी पोर्न वेबसाइट्स पर बेचना और मुनाफा कमाना।
✅ SAI Pass Technics Ltd. नामक विदेशी कंपनी के साथ करार कर अश्लील कंटेंट सप्लाई करना।
✅ Stripchat और Ecmaster जैसी साइटों पर कंटेंट बेचना।
✅ कमाई का 25% मॉडल्स को देना और बाकी खुद रखना।
💰 कैसे कमा रहे थे 22 करोड़ रुपये?
🔹 विदेशी कंपनियों से पैसे मिलते थे, जो अश्लील वीडियो का उपयोग करती थीं।
🔹 ईडी के मुताबिक, सब्डिजी वेंचर्स और इसके निदेशकों के खातों में विदेशों से 15.66 करोड़ रुपये प्राप्त हुए।
🔹 नीदरलैंड के एक बैंक खाते से 7 करोड़ रुपये भेजे गए।
🔹 यह सारा पैसा अंतरराष्ट्रीय डेबिट कार्ड के जरिए कैश में निकाला गया।
🔹 कुल मिलाकर, 22 करोड़ रुपये की हेराफेरी का मामला सामने आया।
🚨 ईडी की कार्रवाई और आगे की जांच
ईडी ने कंपनी के खाते सील कर दिए हैं और संबंधित बैंक ट्रांजेक्शन की जांच जारी है। इस जोड़े के खिलाफ FEMA कानूनों के उल्लंघन और मनी लॉन्ड्रिंग के तहत कार्रवाई की जा रही है।
➡️ क्या हो सकते हैं दंपति के खिलाफ आरोप?
✅ फेमा नियमों का उल्लंघन
✅ अवैध अश्लील सामग्री का निर्माण और वितरण
✅ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप
✅ महिलाओं के शोषण से संबंधित मामले
📌 निष्कर्ष
यह मामला दिखाता है कि सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का गलत इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है। पति-पत्नी ने मिलकर एक अवैध व्यवसाय खड़ा किया और करोड़ों रुपये की हेराफेरी की। अब इस मामले में ईडी की जांच के बाद यह साफ होगा कि आगे क्या कानूनी कार्रवाई की जाएगी।