नई दिल्ली: स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों को अक्सर उनकी कैंटीन से तुरंत भोजन मिल जाता है। अफसोस की बात है कि कुछ सुर्खियाँ साबित कर रही हैं कि स्वच्छता की कमी के कारण कैंटीन सुरक्षित विकल्प नहीं हैं। सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में समोसे के अंदर मरी हुई चींटियां दिखाई दे रही हैं। नेटिज़न्स ने तुरंत अपनी अस्वीकृति और गुस्सा व्यक्त किया।
दयाल सिंह कॉलेज कैंटीन से खरीदे गए समोसे में निकलीं चींटियां
इंस्टाग्राम पेज @du__india पर एक वीडियो पोस्ट किया गया था. इसमें दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले शैक्षणिक संस्थान दयाल सिंह कॉलेज में छात्रों को परोसे गए समोसे के मसाले में कई मरी हुई चींटियाँ दिखाई दीं।
कैप्शन में कहा गया है, ”दयाल सिंह कॉलेज की खदानों में चींटियां पाई जा रही हैं। मैंने और मेरे दोस्त ने इन्हें दयाल सिंह कॉलेज की कैंटीन से खरीदा और खाने में चींटियां मिलीं।’ आगे कहा गया, “इसे पोस्ट करें ताकि सभी को यह पता चले और कैंटीन से खाने का सामान न खरीदें।”
समोसे में चींटियों पर नेटिज़न्स की प्रतिक्रिया
कई लोगों ने अपनी बात कहने के लिए टिप्पणी अनुभाग का सहारा लिया। एक ने लिखा, “कैंटीन वाले भैया वेज पैटी से नॉनवेज पैटी का नाम नहीं बदल रहे हैं।” एक अन्य ने लिखा, “क्या बकवास है????” एक तीसरे व्यक्ति ने टिप्पणी की, “बाहर कुरकुरा, अंदर कुरकुरा।”
कैंटीन के समोसे में पाई जाने वाली चींटियों पर नेटिज़न्स की प्रतिक्रिया
छवि क्रेडिट: डु__इंडिया/इंस्टाग्राम
जहां कई लोग नाराज थे, वहीं कुछ ने मजेदार चुटकुले सुनाए। एक ने लिखा, “यह सिर्फ अतिरिक्त प्रोटीन है।” दूसरे ने कहा कि यह एक “विशेष मसाला” था। कुछ ने छात्रों से कैंटीन में रिफंड का दावा करने को कहा।
हाल ही में पुणे के पिंपरी चिंचवड़ इलाके में एक ऑटोमोबाइल कंपनी को सप्लाई किए गए समोसे में कंडोम, पत्थर और गुटख मिला था। पुणे पुलिस ने पांच लोगों को आरोपी बनाया और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया।