मुंबई : आपने चार्जिंग के दौरान फोन फटने की कई खबरें सुनी होंगी। जिसमें कई लोग घायल हुए हैं तो कुछ की मौत भी हो गई है. हालाँकि ये घटनाएँ दुर्लभ हैं, लेकिन इनके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। लेकिन ये फोन फटते कैसे हैं? चार्ज करते समय फ़ोन में क्या होता है? बहुत से लोगों के मन में ये सवाल होता है. दरअसल इसके पीछे विज्ञान है. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
फोन फटने का मुख्य कारण लिथियम-आयन बैटरी में खराबी या उसका उपयोग है।
फ़ोन फटने के कारण:
अनुचित चार्जिंग उपकरण: कई बार कम गुणवत्ता वाले चार्जर का उपयोग करने से फोन में सही मात्रा में बिजली प्रवाहित नहीं होती है। इससे बैटरी पर दबाव पड़ता है और बैटरी के ज़्यादा गरम होने और फटने की संभावना बढ़ जाती है।
ओवरचार्जिंग:
अगर फोन को लंबे समय तक चार्ज करके छोड़ दिया जाए तो इसकी बैटरी पर असर पड़ेगा। ओवरचार्जिंग से लिथियम-आयन बैटरियों में रासायनिक प्रक्रिया असंतुलित हो सकती है, जिससे विस्फोट की संभावना बढ़ जाती है।
शारीरिक क्षति:
फ़ोन की बैटरी को कोई भी शारीरिक क्षति (जैसे गिरना और टूटना या प्रभाव) बैटरी के अंदर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे बैटरी शॉर्ट सर्किट हो सकती है और फट सकती है।
गर्मी और वातावरण:
चार्ज करते समय फोन को बहुत गर्म स्थान पर छोड़ने से बैटरी का तापमान बढ़ जाएगा और असामान्य आंतरिक रासायनिक प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं। इससे बैटरी फूल जाती है और फट जाती है।
बैटरियों में विनिर्माण दोष: कभी-कभी बैटरियों में विनिर्माण दोष आ जाते हैं। ये दोष विनिर्माण प्रक्रिया में या घटकों में हो सकते हैं, जिससे फ़ोन फट सकता है।
सुरक्षा उपाय:
मूल चार्जर का उपयोग करें: फ़ोन के लिए आधिकारिक चार्जर का उपयोग करना हमेशा सुरक्षित होता है।
लगातार चार्ज करने से बचें: फोन को लगातार चार्ज करने से बचें और ओवरचार्जिंग से बचें।
गर्म जगहों से दूर रखें: चार्ज करते समय फोन को ठंडी और हवादार जगह पर रखें।
बैटरी बदलने का समय: यदि बैटरी में कोई लक्षण (जैसे सूजन, तापमान बढ़ना) दिखाई दे तो उसे समय पर बदल दें।
हालाँकि विस्फोट एक दुर्लभ घटना है, लेकिन उचित देखभाल और सावधानियों से इन्हें टाला जा सकता है।