शनि दोष: शनि ग्रह की स्थिति में जल्द ही बदलाव होने वाला है और इसके साथ ही शनि काला हो जाएगा। दरअसल शनि नक्षत्र परिवर्तन होने जा रहा है और वह शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इस नक्षत्र का स्वामी राहु है।
इस समय शनि बृहस्पति नक्षत्र पूर्व भाद्रपद में है। 3 अक्टूबर 2024 को शनि राहु के नक्षत्र शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। शनि न्याय के देवता हैं और राहु पाप ग्रह हैं। जो भ्रामक एवं आकस्मिक है
घटनाओं का इसका कारण यह है कि शनि का राहु के नक्षत्र में गोचर अप्रत्याशित घटनाओं का कारण बनेगा।
शनि और राहु के मिलने से पिशाच योग बनता है। नवरात्रि के पहले दिन शनि का नक्षत्र गोचर आने वाला है, जो बेहद अशुभ माना जाता है।
पिशाच योग एक के बाद एक परेशानियां देता है और जातक को सफलता नहीं मिलने देता। साथ ही व्यक्ति का जीवन दुखों से भर जाता है।
शनि 3 अक्टूबर 2024 से 27 दिसंबर 2024 तक शतभिषा नक्षत्र में और फिर पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में रहेगा। लेकिन 27 दिसंबर तक यह कुछ लोगों के लिए काफी परेशानी खड़ी कर देगा।
प्रेम संबंध वालों के लिए राहु के नक्षत्र में शनि की उपस्थिति अशुभ होती है। अपने पार्टनर के साथ धोखा या गलत व्यवहार न करें, अन्यथा ब्रेकअप हो सकता है। रिश्तों में उलझन और संदेह बढ़ेगा। दाम्पत्य जीवन में भी कठिनाई आ सकती है। जिन लोगों की कुंडली में शनिदोष होता है उन्हें करियर में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए अपना काम और व्यवहार ठीक रखें।