मुंबई: आजकल की भागदौड़ भरी शहरी जिंदगी का असर लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। शहरों में रहने के कारण लोगों को तनाव, चिंता, अवसाद, उच्च रक्तचाप जैसी कई समस्याएं होने का खतरा रहता है। लेकिन जब लोग शहर से दूर किसी खूबसूरत जगह पर जाते हैं तो उन्हें काफी शांति मिलती है। इसीलिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ शहर के शोर-शराबे से दूर रहने और प्रकृति के साथ समय बिताने की सलाह देते हैं। इससे ना सिर्फ आपका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है बल्कि आपको कई समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है। कई शोधों से भी पता चला है कि यह चीज सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। जानिए प्राकृतिक वातावरण में घूमने जाने के फायदों के बारे में विस्तार से…
हेल्थलाइन की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रकृति की गोद में समय बिताने से आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। कुछ दिनों तक प्रकृति में रहने से तनाव, चिंता और अवसाद कम हो सकता है। इतना ही नहीं, हृदय गति, रक्तचाप और मांसपेशियों में तनाव कम होने लगता है। ये शारीरिक बदलाव आपके दिमाग पर भी असर डालते हैं और इसी वजह से आप आराम महसूस करते हैं। प्राकृतिक स्थानों पर जाने से लोगों का आत्मविश्वास बढ़ता है। किसी शांत और प्राकृतिक जगह पर जाना संतुष्टिदायक होता है और इन सबका आपकी जीवनशैली पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
पहले जापान की टोक्यो यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने इस संबंध में एक अध्ययन किया था। अध्ययन में पाया गया कि जो लोग प्रकृति में समय बिताते हैं उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भारी प्रभाव पड़ता है। ऐसी जगहों पर समय बिताने से कई बीमारियों का खतरा कम हो सकता है। 2019 के एक अध्ययन से पता चला है कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए आपको प्रति सप्ताह कम से कम 120 मिनट प्रकृति में बिताना चाहिए। यानी अगर हर कोई अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना चाहता है तो उसे कम से कम 20 से 30 मिनट घर से बाहर रहना चाहिए और पैदल चलना और दौड़ना जैसे व्यायाम करना चाहिए। इससे रक्तचाप को 10% तक कम किया जा सकता है।