एसी का तापमान: गर्मियों में जब आप काम के बाद चिलचिलाती धूप में अपने कमरे में कदम रखते हैं तो आपको एसी की जरूरत महसूस होती है। आमतौर पर जिन घरों में एसी लगा होता है वहां लोगों को गर्मी का एहसास नहीं होता है। लेकिन ये AC अपने तापमान के कारण आपको बीमार भी कर सकता है. देखा जाए तो लोग अक्सर एसी का तापमान कम कर देते हैं, जिससे कमरा काफी ठंडा हो जाता है।
कुछ लोग एसी का तापमान 18 या 16 पर सेट कर देते हैं, जिससे कमरा बर्फ जैसा महसूस होता है। यह ठंडक कुछ देर के लिए तो अच्छी लगती है लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि यह सेहत के लिए खतरनाक हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अगर एसी का तापमान 20 से नीचे रखा जाए तो यह कमरे में मौजूद लोगों को बीमार कर सकता है। आइए जानते हैं कि अगर एसी का तापमान 20 से नीचे चला जाए तो क्या नुकसान हो सकता है।
एसी का तापमान 20 से कम होने पर नुकसान
जर्नल ऑफ इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जो व्यक्ति छह घंटे से अधिक समय तक ऐसे कमरे में रहता है जहां एसी का तापमान 20 से नीचे रहता है, उसकी त्वचा की नमी खो जाती है। दरअसल, एसी का कम तापमान त्वचा की नमी को सोख लेता है और त्वचा तेल पैदा करने लगती है। इससे चेहरे पर झुर्रियां, मुंहासे आदि समस्याएं नजर आने लगती हैं।
अगर कमरे का एसी 20 से नीचे चल रहा है तो उस कमरे में नमी की कमी के कारण नाक सूखने का खतरा बढ़ जाता है। इससे बलगम भी सूख जाता है, जिससे नाक में एलर्जी का खतरा बढ़ जाता है।
जब कमरे का तापमान इतना कम होता है तो न केवल शरीर की नमी कम होती है, बल्कि आंखों की नमी भी कम होने लगती है। इससे कमरे के अंदर की शुष्क हवा आंखों को शुष्क बना देती है और ड्राई आई की समस्या उत्पन्न हो जाती है।