हमारा शरीर एक बेहद संतुलित सिस्टम की तरह काम करता है—जहाँ हर पोषक तत्व का एक सीमित और जरूरी रोल होता है। पोटेशियम भी एक ऐसा ही मिनरल है जो हमारे नर्वस सिस्टम, मसल्स और बॉडी फ्लुइड बैलेंस को नियंत्रित करता है। लेकिन ज़रा सोचिए, अगर यह ही संतुलन बिगड़ जाए और शरीर में पोटेशियम की मात्रा नॉर्मल से ज्यादा हो जाए, तो क्या हो सकता है?
जी हां, अधिक पोटेशियम (Hyperkalemia) कई तरह की गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम्स की वजह बन सकता है। आइए जानते हैं इसके कुछ खतरनाक साइड इफेक्ट्स।
⚠️ 1. मांसपेशियों की कमजोरी और झटके
जब शरीर में पोटेशियम की मात्रा बढ़ती है, तो मसल्स कमजोर पड़ने लगती हैं।
- हाथ-पैर में ताकत की कमी महसूस होती है
- मसल्स में झटके या अचानक खिंचाव
- हाथ-पैर हिलते हुए महसूस हो सकते हैं, जैसे हल्का करंट लग रहा हो
यह संकेत है कि आपका नर्वस सिस्टम प्रभावित हो रहा है।
🧠 2. नर्व सिस्टम पर गहरा असर – स्ट्रोक का खतरा
हाई पोटेशियम का असर सिर्फ मसल्स तक ही सीमित नहीं रहता। यह धीरे-धीरे आपके तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है।
- लगातार सुन्नपन
- मोटर फंक्शन कमजोर होना
- गंभीर मामलों में लकवा (पैरालिसिस) का खतरा भी हो सकता है
🤢 3. मतली और भूख में कमी
क्या आपको बार-बार मिचली आती है या खाने का मन नहीं करता?
- अधिक पोटेशियम पेट में गड़बड़ी और उल्टी जैसा एहसास करा सकता है
- हल्की गैस्ट्रिक परेशानी से लेकर गंभीर पाचन तंत्र में असुविधा तक हो सकती है
😰 4. सांस लेने में दिक्कत
जब पोटेशियम बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, तो शरीर में ऑक्सीजन सप्लाई भी गड़बड़ाने लगती है:
- अचानक सांस फूलना
- मामूली काम में ही थक जाना
- ऐसा लगना कि आप “दम घुटने” जैसी स्थिति में हैं
❤️ 5. दिल की धड़कन तेज या अनियमित
हाई पोटेशियम सीधा असर करता है आपके हृदय पर।
- अचानक हृदय गति (Heart Rate) का बढ़ जाना
- अनियमित धड़कन या पल्स में बदलाव
- सीने में दर्द, भारीपन या बेचैनी महसूस होना
यह संकेत है कि आपको तुरंत मेडिकल हेल्प लेनी चाहिए।
😓 6. अत्यधिक थकान – चाहे आराम कितना भी कर लो
- अगर आप पूरा दिन सोते हैं, फिर भी थकान महसूस करते हैं
- पोटेशियम की अधिकता आपकी एनर्जी को ड्रेन कर सकती है
- मांसपेशियों में ऊर्जा की कमी से लगातार कमजोरी बनी रहती है
💡 7. शरीर में अजीब सी बेचैनी और असहजता
कभी-कभी ये समस्या शारीरिक से ज्यादा मानसिक तनाव की वजह से महसूस होती है:
- चिड़चिड़ापन
- घबराहट
- बेचैनी का स्पष्ट कारण न होना
यह सब शरीर में बढ़े हुए पोटेशियम का प्रभाव हो सकता है।
📌 क्या करें?
- किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
- पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे केला, नारियल पानी, आलू आदि का सेवन सीमित करें
- नियमित ब्लड टेस्ट कराएं – खासकर अगर आपको किडनी की समस्या है
⚠️ डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी उपचार या डाइट को अपनाने से पहले डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।