लोको पायलट का पेशा: लोगों को सफलतापूर्वक उनके गंतव्य तक पहुंचाने की जिम्मेदारी लोको पायलट के कंधों पर होती है, जो अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को बखूबी निभाता है। यात्रा के दौरान ट्रेन चलाना और उसका उचित रखरखाव करना लोको पायलट की जिम्मेदारी होती है।
लोको पायलट का पद भारतीय रेलवे में एक वरिष्ठ पद है, इसलिए कोई भी उम्मीदवार सीधे लोको पायलट नहीं बन सकता है, बल्कि लोको पायलट बनने के लिए उम्मीदवार को सहायक लोको पायलट बनना पड़ता है। सहायक लोको पायलट के पद पर चयनित होने के बाद उम्मीदवार को वरिष्ठ लोको पायलट के पद पर पदोन्नत किया जाता है।
लोको पायलट का काम जिम्मेदारी से भरा होता है क्योंकि हजारों यात्रियों की सुरक्षा लोको पायलट पर निर्भर करती है इसलिए लोको पायलट को अपना काम बहुत ही समझदारी से करना होता है। अगर हम लोको पायलट के काम की बात करें तो लोको पायलट के काम में कई महत्वपूर्ण कार्य शामिल होते हैं जैसे लोकोमोटिव इंजन की उचित कार्य क्षमता को बनाए रखना, ट्रेन में मरम्मत और रखरखाव कार्य करना, सिग्नल परिवर्तन की निगरानी करना आदि।
पात्रता-
उम्मीदवारों के पास इलेक्ट्रीशियन, इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक, फिटर, इंजन प्रेस, इंस्ट्रूमेंट मैकेनिक हैं
मशीनिस्ट, डीजल मैकेनिक, मोटर वाहन मैकेनिक, मिलराइट रखरखाव मैकेनिक, रेडियो और टीवी मैकेनिक, रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग मैकेनिक, ट्रैक्टर मैकेनिक
टर्नर, वायरमैन, आर्मेचर और कॉइल वाइन्डर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग आदि में आईटीआई सर्टिफिकेट/डिप्लोमा/डिग्री होनी चाहिए।
आयु सीमा-
असिस्टेंट लोको पायलट के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 28 वर्ष है।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज-
आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों के पास निम्नलिखित दस्तावेज होने चाहिए। जैसे आधार कार्ड / वोटर आईडी कार्ड / पासपोर्ट / राशन कार्ड / पैन कार्ड / पहचान के प्रमाण के लिए कोई अन्य सरकारी दस्तावेज़, 10वीं की मार्कशीट (जन्मतिथि के प्रमाण के रूप में), शैक्षिक दस्तावेज़, जाति प्रमाण पत्र (आरक्षित वर्ग के लिए), PWD . प्रमाणपत्र (विकलांगता के मामले में), मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, पासपोर्ट आकार का फोटो, हस्ताक्षर आदि।
प्रवेश परीक्षा –
परीक्षा: सफल आवेदन के बाद, उम्मीदवार को कंप्यूटर आधारित बहुविकल्पीय परीक्षा (सीबीटी) में उपस्थित होना होगा।
दस्तावेज़ सत्यापन-
सफल परीक्षा के बाद, उम्मीदवार को दस्तावेज़ सत्यापन के लिए बुलाया जाता है।
मेडिकल परीक्षा: दस्तावेज़ सत्यापन के बाद, उम्मीदवार का मेडिकल फिटनेस टेस्ट आयोजित किया जाता है। मेडिकल फिटनेस टेस्ट में निम्नलिखित प्रकार के परीक्षण किये जाते हैं। जैसे नेत्र परीक्षण, श्रवण परीक्षण, छाती का एक्स-रे, ईसीजी, मधुमेह परीक्षण, रंग अंधापन परीक्षण आदि।
प्रशिक्षण-
मेडिकल टेस्ट पास करने के बाद उम्मीदवार को प्रशिक्षण प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।
नौकरी का दायरा और वेतन –
एक असिस्टेंट लोको पायलट का वेतन लगभग 35,000 रुपये प्रति माह से शुरू होता है। बाद में अनुभव के साथ पद और वेतन बढ़ता जाता है। असिस्टेंट लोको पायलट से लोको पायलट बनने के बाद उम्मीदवार का वेतन लगभग 60,000 से 70,000 रुपये प्रति माह हो सकता है।