पटना: देश में एक के बाद एक ट्रेन हादसे की घटनाएं सामने आ रही हैं। लेकिन, कुछ हादसे गैरजिम्मेदार लोगों की वजह से भी हो रहे हैं. उत्तर प्रदेश के गोंडा में गुरुवार को बड़ा रेल हादसा हो गया. गुजरात में शुक्रवार को एक ट्रेन हादसा हो गया. गोंडा में हुए ट्रेन हादसे में तीन यात्रियों की मौत हो गई है और कई अन्य घायल हो गए हैं. गुजरात में वलसाड और सूरत स्टेशन के बीच डूंगरी के पास एक मालगाड़ी के कई डिब्बे पटरी से उतर गए. इससे रेल यातायात प्रभावित हुआ. लेकिन, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो जानबूझकर इन दुर्घटनाओं को अंजाम देते हैं या उन दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। ऐसी ही एक घटना हाल ही में बिहार के मुजफ्फरपुर के पास घटी.
मुजफ्फरपुर रेल पुलिस ने शुक्रवार को बड़ा खुलासा किया है. 18 जुलाई की शाम करीब 6.35 बजे ट्रेन संख्या 15909 अवध असम एक्सप्रेस तुर्की-कुढ़नी रेलवे स्टेशन के पास तेज गति से दौड़ रही थी. तभी अचानक गेट नंबर 15 के पास एक शख्स ने पथराव कर ट्रेन की खिड़कियां तोड़ दीं.
हालांकि सौभाग्य से पथराव से यात्रियों को चोट नहीं आई, लेकिन गाड़ी में बैठे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। यात्रियों को डर लगने लगा कि कहीं और से पत्थर न आ जाएं. खिड़की के पास बैठे यात्री इधर-उधर भागने लगे। घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे पुलिस हरकत में आ गई. रेलवे स्टाफ के निर्देश पर जीआरपी ने जगह चिह्नित की। इसके बाद रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों व कर्मचारियों ने तत्काल एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया.
इस घटना से एक दिन पहले यानी 17 जुलाई को रात करीब 8.10 बजे इसी जगह पर राजधानी एक्सप्रेस नंबर 20503 पर पथराव किया गया था. 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही राजधानी में बैठे लोग भी इस घटना से डर गए. ट्रेन में बैठे यात्रियों में भी दहशत फैल गई। इस घटना में भी रेलवे सुरक्षा बल ने कार्रवाई करते हुए 3 पत्थरबाजों को गिरफ्तार कर लिया है. इस घटना के बाद इस इलाके में विशेष सतर्कता बरती जा रही है.
हाल के दिनों में बिहार में पत्थरबाजी की घटनाएं भी शुरू हो गई हैं. ये लोग ट्रेन में बैठे मासूम लोगों को निशाना बना रहे हैं. हालांकि, रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में रेल पुलिस ने मुजफ्फरपुर में मामला दर्ज कर सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है. रेलवे ने लोगों से रेलवे संपत्ति को नुकसान न पहुंचाने की अपील की है. क्योंकि रेलवे राष्ट्रीय संपदा है और इसकी सुरक्षा करना सभी का मूल कर्तव्य है।