शंकर मिश्रा के पिता श्याम मिश्रा ने यह मानने से इंकार कर दिया कि उनके बेटे ने एयर इंडिया की एक फ्लाइट के बिजनेस क्लास में 72 वर्षीय महिला पर पेशाब किया था। उन्होंने अपने फरार बेटे के खिलाफ मामले को पूरी तरह झूठा बताया। उनका बचाव: महिला उनकी मां की तरह थी और उनकी एक 18 साल की बेटी है।
मिश्रा ने मीडिया से बात की और कहा कि मामला झूठा है। उन्होंने फ्लाइट में ही खाना खाया और फिर सो गए। उन्होंने कहा कि उनका 34 वर्षीय बेटा ऐसी हरकत करेगा।
उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि उनका बेटा 30-35 घंटे से सोया नहीं था। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उन्होंने क्रू द्वारा दी गई ड्रिंक पी ली हो लेकिन इसके बाद उन्होंने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि उनके उठने के बाद एयरलाइन ने उनसे पूछताछ की।
उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि वह महिला पर पेशाब करेंगे, क्योंकि वह 72 साल की महिला हैं और उनकी मां जैसी ही हैं।
उन्होंने कहा, “वह ऐसा कैसे कर सकता है? वह शादीशुदा है और उसकी 18 साल की एक बेटी है।”
वरिष्ठ मिश्रा ने कहा कि घटना का कोई चश्मदीद गवाह नहीं है।
शंकर मिश्रा को शुक्रवार को कंपनी वेल्स फारगो से बर्खास्त कर दिया गया, जहां उन्होंने उपाध्यक्ष के रूप में काम किया था।
कंपनी ने कहा कि उन्हें बर्खास्त कर दिया गया क्योंकि उन्होंने आरोपों को बहुत परेशान करने वाला पाया।
इस बीच, शंकर मिश्रा ने अपने वकीलों के माध्यम से एक बयान जारी कर दावा किया कि पीड़िता ने उनके साथ एक समझौता किया था और पुलिस शिकायत दर्ज करने का उनका कोई इरादा नहीं था।
उसने यह भी दावा किया कि कथित घटना के दो दिन बाद उसने पीड़िता के कपड़े और बैग साफ करवाए।
उन्होंने कहा कि कथित घटना का कोई प्रत्यक्षदर्शी नहीं है।