जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में शनिवार रात सामाजिक कार्यकर्ता गुलाम रसूल मागरे की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। तीन दशकों से सामाजिक सेवा में सक्रिय मागरे पर उनके घर में घुसकर हमला किया गया। हमलावरों ने उन्हें पेट में गोली मारी, जिसके बाद उन्हें तुरंत हंदवाड़ा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। हमले के पीछे का मकसद अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।
चार घंटे में छह घर ध्वस्त
प्रशासन के मुताबिक, पिछले चार घंटों में आतंकवाद से जुड़े या उनका समर्थन करने वाले छह घरों को ध्वस्त किया गया है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े अन्य व्यक्तियों के खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी।
ध्वस्त किए गए घर उन आतंकियों और उनके सहयोगियों के हैं, जिनमें पुलवामा के अहसन उल हक — जो 2021 में पाकिस्तान में आतंकवादी प्रशिक्षण लेकर हाल ही में कश्मीर में घुसपैठ किए थे — और लश्कर-ए-तैयबा के वरिष्ठ कमांडर शाहिद अहमद कुत भी शामिल हैं। शाहिद वर्षों से राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहा है। कुलगाम के ज़ाकिर अहमद गनी, जो 2021 से संदिग्ध निगरानी सूची में हैं, का घर भी ध्वस्त किया गया है।
इसके अलावा, कोपवाड़ा के कल्लरस क्षेत्र में फारूक अहमद तडोआ और मिस्किन अहमद तडोआ के मकानों को भी गिराया गया, जो वर्तमान में पाकिस्तान से आतंकवादी गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं।
भारत में हाई अलर्ट
भारत ने आतंकवादी हमलों में संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकल्प लिया है। इसी क्रम में पाकिस्तानी सेना को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है, क्योंकि भारत अब किसी भी आतंकी गतिविधि का करारा जवाब देने के लिए तैयार है।