भारतीय रेलवे सात वंदे भारत ट्रेन सेवाओं का संचालन कर रहा है। दिल्ली-जयपुर वंदे भारत ट्रेनें शुरू होने के बाद यह देश की आठवीं वंदे भारत सेवा होगी। यह मार्ग दिल्ली-जयपुर पारगमन समय को केवल दो घंटे से कम कर देगा।
इस सेवा के लिए रेलवे बोर्ड जयपुर में मेंटेनेंस डिपो का निर्माण करेगा। डिपो का निर्माण 30 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। वर्ष 2023 तक ऐसी ट्रेनें जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा, श्रीगंगानगर और उदयपुर से संचालित होंगी।
दिल्ली-जयपुर वंदे भारत ट्रेन अगले महीने शुरू होने की संभावना है। इसलिए नए डिपो की जरूरत है। इस डिपो का उपयोग वायरिंग और उपकरण परीक्षण के लिए भी किया जाएगा।
इस ट्रेन को पूरी तरह से भारत में विकसित किया गया था। यह महज 52 सेकंड में 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। ट्रेन की टॉप स्पीड 160 किमी प्रति घंटा है। अधिकतम गति को 200 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाया जाएगा। ट्रेन की सीटों को 180 डिग्री पर मोड़ा जा सकता है। इसमें सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम शौचालय और पावर बैकअप भी है। आप सामान्य ट्रेनों में इस्तेमाल होने वाली पारंपरिक जंजीरों के बजाय वन-पुश स्टॉप सुविधा का भी उपयोग कर सकते हैं।
दोनों शहरों के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होने के बाद जोधपुर और जयपुर के बीच ट्रेन यात्रा भी कम हो जाएगी। दो ऐतिहासिक शहरों के बीच यात्रा के समय में आम तौर पर छह घंटे लगते हैं। इन ट्रेनों के शुरू होने के बाद यात्रा का समय दो घंटे हो जाएगा।
हाल ही में ट्रायल रन के दौरान राजस्थान में ट्रेन 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी। जोधपुर और गंगानगर में भी डिपो बनाने की योजना है।