नयी दिल्ली: कालातीत रोमांटिक ड्रामा के रूप में प्रसिद्ध, श्रद्धा कपूर की ‘आशिकी 2’, जिसमें आदित्य रॉय कपूर भी मुख्य भूमिका में थे, ने आज दस साल पूरे कर लिए। अपने ऑन-स्क्रीन चरित्र – आरोही के साथ, श्रद्धा ने अपने चुलबुले अवतार से सभी को प्रभावित किया, और फिल्म में अपने त्रुटिहीन प्रदर्शन के साथ देश की प्रेमिका बनकर दर्शकों को अपने करिश्माई लुक और आकर्षक स्क्रीन उपस्थिति से मंत्रमुग्ध कर दिया।
रिलीज होने के इतने साल बाद भी यह फिल्म दर्शकों के दिलों में आज भी ताजा है और इसकी सफलता की एक बड़ी वजह इसके दिल को छू लेने वाले डायलॉग्स हैं। इसके अलावा, आरोही केशव शिकरे के रूप में श्रद्धा के करिश्मे से पार पाना मुश्किल है। यहां देखिए फिल्म के कुछ बेहतरीन डायलॉग्स-
1. दिल को जुबान, आंखों को सपने मिल गए.. आशिकी में जिंदगी को मैं मिल गई (दिल को आवाज मिली, आंखों ने सपने देखे, प्यार में मेरी जिंदगी को मकसद मिल गया)
2. तुम्हारे इश्क से बनी हूं मैं, पहले जिंदा थी.. अब जी रही हूं मैं (तेरी मुहब्बत से बना हूँ, पहले तो बस जिन्दा था अब असल में जी रहा हूँ)
3. मेरे बुरे वक्त में तुम मेरे साथ.. अगर अच्छे वक्त में तुम नहीं.. तो ये वक्त भी मुझे नहीं चाहिए (मुश्किल वक्त में तुम थे, अच्छे वक्त में नहीं हो तो वो वक्त भी नहीं चाहिए)
4. मैं बन गई, जो तुम मुझे बनाना चाहते हैं (मैं वह बन गया हूं जो आप चाहते थे)
5. प्यार मजाक नहीं होता, अगर इतना ही डर था तो इतने पास क्यों आए तुम। दूर ही रहना था ना- (मोहब्बत कोई मज़ाक नहीं है, अगर तुम इतना ही डरते थे तो मेरे इतने क़रीब क्यों आ गए? दूर ही रहना चाहिए था).