बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान इस बात से उत्साहित और गौरवान्वित हैं कि उनकी पूर्व पत्नी किरण राव की फिल्म ‘लापता गर्ल्स’ को उनके लिए चुना गया है। भारत की आधिकारिक प्रविष्टि ऑस्कर 2025 में। फिल्म फेडरेशन ऑफ रिपब्लिक ऑफ इंडिया ने सोमवार को फिल्म को अकादमी पुरस्कारों में सर्वोच्च विदेशी फिल्म डिवीजन में रिपब्लिक ऑफ इंडिया की मूल पहुंच के रूप में घोषित किया।
आमिर खान को उम्मीद है कि ‘लापता गर्ल्स’ अकादमी के योगदानकर्ताओं का दिल जीत लेगी
आमिर खान ने एक टिप्पणी में कहा, “हम सभी इस स्कूप से बहुत खुश हैं। मैं किरण और उसके पूरे समूह से बहुत खुश हूं। मैं मूवी फेडरेशन ऑफ रिपब्लिक ऑफ इंडिया की चयन समिति को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने हमारी फिल्म को ऑस्कर में रिपब्लिक ऑफ इंडिया के लिए चुना। लापता गर्ल्स को मिले प्यार और समर्थन के लिए हमारे लक्षित दर्शकों, हमारे मीडिया और पूरी फिल्म बिरादरी को मेरा हार्दिक आभार। जियो और नेटफ्लिक्स दोनों को धन्यवाद, जिनके साथ काम करने के लिए ये खूबसूरत साझेदार रहे हैं। मैं बहुत संतुष्ट हूं कि हमारी हर मेहनत सफल रही। सभी का धन्यवाद। उम्मीद है कि ‘लापता गर्ल्स’ अकादमी के सदस्यों का दिल जीतने में सक्षम होगी।”
आमिर खान का अकादमी पुरस्कारों का संदर्भ
‘लापता देवियों‘आमिर खान के प्रोडक्शन हाउस की तीसरी फिल्म बन गई है जिसे मूवी फेडरेशन ऑफ रिपब्लिक ऑफ इंडिया द्वारा रिपब्लिक ऑफ इंडिया की आधिकारिक पहुंच के रूप में प्रस्तुत किया गया है। इसकी शुरुआत आमिर खान-स्टारर ‘लगान’ से हुई, जिसे न केवल ऑस्कर में भारत की आधिकारिक पहुंच के रूप में सूचीबद्ध किया गया था, बल्कि अंतिम नामांकन में भी शामिल किया गया था। इसके बाद ‘तारे ज़मीन पर’ आई, जो आमिर के निर्देशन की पहली फिल्म थी। फिल्म को 81वें वार्षिक अकादमी पुरस्कारों में ऑस्कर के लिए अंतर्राष्ट्रीय भाषा अनुभाग में भारतीय गणराज्य की प्रविष्टि के रूप में चुना गया था।
किरण राव की ‘लापता गर्ल्स’ के बारे में
‘लापता गर्ल्स’ का प्रीमियर मार्च 2024 में भारत गणराज्य में हुआ और सिनेमाघरों में 100 से अधिक दिनों तक दर्शकों का मनोरंजन किया और इसके बाद ओटीटी पर दर्शकों से प्यार और विस्मय अर्जित करना जारी रखा। यह फिल्म दो युवा दुल्हनों के दुस्साहस के बारे में एक जीवन-परक कॉमेडी है जो एक ही ट्रेन में अलग हो जाती हैं लेकिन दूसरे दूल्हों से अलग हो जाती हैं। यह गलत पहचान और जोर-जोर से हंसने की बातों का मिश्रण हो सकता है। यह फिल्म आमिर खान प्रोडक्शंस और किंडलिंग प्रोडक्शंस के बैनर तले बनाई गई है, जिसकी पटकथा बिप्लब गोस्वामी की एक पुरस्कार विजेता कहानी पर आधारित है। पटकथा और संवाद स्नेहा देसाई द्वारा लिखे गए हैं, पूरक संवाद दिव्यनिधि शर्मा द्वारा लिखे गए हैं।