नासा की भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विलमोर नौ महीने के लंबे अंतरिक्ष प्रवास के बाद अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर लौट आए। जैसे ही उनकी वापसी की खबर भारत पहुँची, गुजरात के मेहसाना जिले के झुलासन गाँव में जश्न का माहौल बन गया।
गुजरात के झुलासन से सुनीता विलियम्स का जुड़ाव
सुनीता विलियम्स का पारिवारिक संबंध झुलासन गाँव से है, जहाँ उनके पिता डॉ. दीपक पांड्या का जन्म हुआ था। झुलासन के लोग खुद को गौरवान्वित महसूस करते हैं कि उनकी जड़ें इस छोटे से गाँव से जुड़ी हैं। गाँव में उनके नाम पर एक लाइब्रेरी भी बनाई गई है।
गाँव में उत्सव का नज़ारा
सुनीता की सुरक्षित वापसी की खुशी में पटाखे फोड़े गए, दीये जलाए गए, मंदिरों में भजन गाए गए और विशेष यज्ञ का आयोजन किया गया। गाँव के देवी डोला माता मंदिर में महीनों पहले जलाया गया अखंड ज्योत उनकी वापसी के बाद समर्पित किया गया।
उनके चचेरे भाई दिनेश रावल ने अहमदाबाद में भी यज्ञ करवाया, जबकि एक और रिश्तेदार नवीन पांड्या ने बताया कि उनके सम्मान में गाँव में एक भव्य जुलूस निकाला जाएगा।
Splashdown of Dragon confirmed – welcome back to Earth, Nick, Suni, Butch, and Aleks! pic.twitter.com/M4RZ6UYsQ2
— SpaceX (@SpaceX) March 18, 2025
समोसे और गणेश की मूर्ति – अंतरिक्ष में भारतीय पहचान
सुनीता विलियम्स ISS पर समोसे खाने वाली पहली अंतरिक्ष यात्री बनीं। उन्होंने बताया कि नासा ने विशेष तौर पर उनके लिए समोसे भेजे थे, जिससे उन्हें घर की यादें ताज़ा हो गईं। इसके अलावा, उन्होंने अंतरिक्ष में पहले भगवद गीता को और अगली यात्रा में भगवान गणेश की मूर्ति ले जाने की योजना बनाई थी।
कल्पना चावला से दोस्ती और प्रेरणा
सुनीता विलियम्स और कल्पना चावला घनिष्ठ मित्र थीं। नासा में शामिल होने के बाद उनकी कल्पना से मुलाकात हुई और दोनों ने साथ में कई यात्राएँ कीं। कल्पना की दुखद मृत्यु के बाद भी, सुनीता ने उनके सपनों को आगे बढ़ाने की ठानी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष निमंत्रण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुनीता विलियम्स को पत्र लिखकर उनकी उपलब्धियों की सराहना की और भारत आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिका यात्रा के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन से सुनीता की कुशलता के बारे में पूछा था।
As the whole world waits, with abated breath, for the safe return of Sunita Williams, this is how PM Sh @narendramodi expressed his concern for this daughter of India.
“Even though you are thousands of miles away, you remain close to our hearts,” says PM Sh Narendra Modi’s… pic.twitter.com/MpsEyxAOU9— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) March 18, 2025
अंतरिक्ष में लंबा प्रवास और सफल वापसी
सुनीता और उनके साथी बुच विलमोर को जून 2024 में सिर्फ एक सप्ताह के मिशन के लिए ISS भेजा गया था, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण उनकी वापसी में देरी हो गई। अंततः स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से 19 मार्च 2025 को वे सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौट आए।
अगला कदम – भारत यात्रा की उम्मीद
सुनीता की भाभी फाल्गुनी पांड्या ने पुष्टि की कि वे जल्द ही भारत आने की योजना बना रही हैं। जब वे आएंगी, तो झुलासन गाँव में उनके स्वागत में भव्य आयोजन होगा, जहाँ वे एक बार फिर अपनी जड़ों से जुड़ सकेंगी।
भारत को सुनीता विलियम्स जैसी नायिका पर गर्व है, जिन्होंने अंतरिक्ष में भी भारतीय संस्कृति की झलक बिखेरी और अगली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनीं। 🚀✨