महाराष्ट्र के छत्रपति सांभाजीनगर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें विधानसभा चुनाव लड़ चुके संदीप शिरसत और उनके 10 से 15 सहयोगियों पर एक बिल्डर और उसके साथी के अपहरण और मारपीट का आरोप है। यह घटना सतारा क्षेत्र के सुधाकरनगर में हुई, जहां बिल्डर शरद भवसिंह राठौड़ को जबरन ले जाकर शारीरिक उत्पीड़न किया गया।
घटना का विवरण:
शिकायतकर्ता शरद राठौड़ के अनुसार, 7 अप्रैल की सुबह उन्हें संदीप शिरसत और उनके भाई मिथुन, जो एक पुलिसकर्मी हैं, सहित अन्य आरोपियों ने सुधाकरनगर के एक कार्यालय में बुलाया। वहां, उन्हें नग्न कर बेल्ट से पीटा गया और जान से मारने की धमकी दी गई। इसके बाद, अभिजीत उर्फ बंटी बार्डे को भी बुलाकर उनके साथ भी मारपीट की गई और उनका लैपटॉप छीन लिया गया। लगभग पांच घंटे तक राठौड़ को प्रताड़ित करने के बाद, उन्हें देओली चौक के पास छोड़ दिया गया, जबकि अभिजीत को अगले दिन सुबह रिहा किया गया।
पुलिस कार्रवाई:
शरद राठौड़ ने सीधे पुलिस आयुक्त से संपर्क कर बेगमपुरा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। इसके आधार पर, सतारा पुलिस स्टेशन ने संदीप शिरसत को गिरफ्तार किया है। मामले की विस्तृत जांच जारी है, और अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया:
यह घटना महाराष्ट्र में हाल ही में हुई अन्य आपराधिक घटनाओं की पृष्ठभूमि में चिंता का विषय बन गई है। सार्वजनिक और राजनीतिक हलकों में इस पर व्यापक चर्चा हो रही है, और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, नागरिकों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत स्थानीय अधिकारियों को देने की सलाह दी जाती है।