खेरी ज़िले में सेकंड-हैंड कार बाजार दिन-ब-दिन तेजी से फल-फूल रहा है। कार खरीदने का सपना आज हर आम व्यक्ति देखता है, लेकिन आर्थिक सीमाओं के कारण नई कार खरीदना हर किसी के बस की बात नहीं होती। ऐसे में पुराने वाहन एक किफायती विकल्प के रूप में सामने आते हैं। हालांकि, सेकंड-हैंड कार खरीदते समय सावधानी न बरतना भारी वित्तीय नुकसान में बदल सकता है।
इस विषय पर स्थानीय 18 टीम ने बात की मशहूर कार मैकेनिक सबीद अली से, जिन्होंने कार खरीद से जुड़े अहम पहलुओं पर रोशनी डाली।
1️⃣ दस्तावेज़ों की पूरी जांच है अनिवार्य
पुरानी कार खरीदने से पहले सबसे जरूरी काम है उसके सभी दस्तावेजों की पूरी जांच। इसमें शामिल हैं:
- पंजीकरण प्रमाणपत्र (RC)
- बीमा दस्तावेज
- सेवा रिकॉर्ड (Service History)
👉 विशेष बात ये कि अगर आपने कार का आरसी तो अपने नाम पर ट्रांसफर करवा लिया लेकिन बीमा पुराने मालिक के नाम पर ही है, तो बीमा क्लेम करना मुश्किल हो सकता है। इसलिए बीमा भी तुरंत ट्रांसफर करवाएं।
2️⃣ सर्विस हिस्ट्री की पुष्टि करें
असली माइलेज और कार की दशा को जानने के लिए उसकी संपूर्ण सर्विस हिस्ट्री बेहद अहम होती है।
🚨 कई बार विक्रेता ओडोमीटर से छेड़छाड़ करते हैं जिससे कार का असली माइलेज पता नहीं चल पाता।
अगर सर्विस रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है, तो बेहतर होगा आप किसी अनुभवी मैकेनिक से कार की गहराई से जांच करवाएं, ताकि बाद में इंजन फेल होने या अन्य तकनीकी समस्याओं से बचा जा सके।
3️⃣ एक्सीडेंटल कारों से सावधान!
कार मैकेनिक सबीद अली के मुताबिक, दुर्घटनाग्रस्त कारों को रिपेयर कर, नया पेंट कर आकर्षक बना दिया जाता है ताकि वह बेची जा सके। ऐसे मामलों में:
- कार की बॉडी पैनल, रंग में भिन्नता, और फ्रेम में मोड़ आदि को अच्छे से जांचें।
- इंजन की आवाज़, सस्पेंशन, और गाड़ी चलाते वक्त बैलेंस जरूर टेस्ट ड्राइव में जांचें।
4️⃣ इंजन और अन्य तकनीकी जांच ज़रूरी
कार डीलर भले ही आपको एक चमचमाता इंजन दिखाए और तमाम फीचर्स की लिस्ट थमा दे, लेकिन खरीदने से पहले एक प्रोफेशनल मैकेनिक से कार की तकनीकी जांच करवाना आपकी सुरक्षा और पैसे दोनों को बचा सकता है।
- इंजन ओवरहीटिंग, लीकेज, ब्रेक सिस्टम, और टायर कंडीशन – इन सभी की जांच जरूरी है।
✅ निष्कर्ष: सूझबूझ से करें निवेश
सेकंड-हैंड कार खरीदना एक समझदारी भरा फैसला हो सकता है, बशर्ते आप सभी जरूरी बातों का ध्यान रखें। दस्तावेजों की जांच, सर्विस रिकॉर्ड की पुष्टि और तकनीकी निरीक्षण—ये तीनों कदम आपको भविष्य के महंगे खर्चों और धोखाधड़ी से बचा सकते हैं।