सब्जियों के दाम : देश में इस वक्त लोकसभा चुनाव चल रहा है। अब तक चार चरणों में मतदान प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है. अभी तीन चरण की मतदान प्रक्रिया बाकी है.. इस चुनाव की पृष्ठभूमि में देश में सरकार मुद्रा स्फ़ीति बढ़ने की कोशिश नहीं कर रहा हूँ. लेकिन महंगाई बढ़ती दिख रही है. फिलहाल सब्जियों की कीमत में भारी बढ़ोतरी हुई है. खासकर आलू की कीमत (Potato Value) में बड़ा इजाफा हुआ है. तभी तो किचन से आलू गायब हो गया है.
आलू के साथ-साथ अन्य सब्जियों के दाम भी बढ़ गए हैं
इस समय देश में एक तरफ गर्मी की मार पड़ रही है तो दूसरी तरफ बेमौसम बारिश की मार पड़ रही है। मौसम की इन परिस्थितियों का असर आलू उत्पादन पर भी पड़ा है। इसलिए बाजार में आलू की मात्रा कम है. मांग अधिक है और आपूर्ति कम है. इस स्थिति के कारण आलू की कीमत बढ़ती जा रही है. आलू के साथ-साथ अन्य सब्जियों के दाम भी बढ़ते जा रहे हैं.
टमाटर के दाम में कमी और आलू के दाम में बढ़ोतरी
दिल्ली की आजादपुर मंडी एशिया की सबसे बड़ी मंडी है। एक तरफ जहां बाजार में टमाटर की कीमत गिरती जा रही है. दूसरी ओर तस्वीर यह देखने को मिल रही है कि आलू की कीमत बढ़ती जा रही है. हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब से आमद बढ़ने के कारण टमाटर की कीमतों में गिरावट आई है। आलू के दाम अब भी ऊंचे हैं. आलू की कीमतों में और बढ़ोतरी की आशंका है.
आलू की कीमतों में 5 से 10 फीसदी का और इजाफा होने की संभावना है
व्यापारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक आलू की कीमत में भारी बढ़ोतरी हुई है. आने वाले दिनों में आलू की कीमतें 5 से 10 फीसदी तक बढ़ने की संभावना है. बेमौसम बारिश के कारण कई जगहों पर आलू की फसल को नुकसान हुआ है. इससे आलू का उत्पादन कम हो गया है. इसका असर दरों पर पड़ रहा है. फिलहाल तस्वीर यही देखने को मिल रही है कि आलू की कीमत बढ़ती जा रही है.
नई फसल बाजार में आने तक कीमतों में बढ़ोतरी जारी रहेगी
इस बीच, आलू की नई फसल बाजार में आने तक थोड़ी मात्रा में आलू बाजार में आ रहा है. इससे रेट भी बढ़ रहा है. इस बीच मिली जानकारी के मुताबिक दिसंबर महीने में आलू की फसल बाजार में आने की संभावना है. इसलिए अनुमान है कि अगले पांच से छह महीने तक आलू की कीमत ऊंची बनी रहेगी.
कोल्ड स्टोरेज का निरीक्षण शुरू
सरकार ने बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए कदम उठाया है. उत्तर प्रदेश देश में आलू की सबसे अधिक किस्म का उत्पादन करता है। सरकार ने कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज का निरीक्षण शुरू कर दिया है. क्योंकि संभावना है कि व्यापारियों ने कोल्ड स्टोरेज में आलू का भंडारण कर लिया है. सूत्रों ने बताया है कि लोकसभा चुनाव के बाद निरीक्षण कार्य में तेजी आयेगी. इस बीच आलू और सब्जियों की बढ़ती कीमतों के कारण वेज थाली महंगी होती जा रही है.